आपने Rahasyo Ki Duniya पर कई रहस्यमयी भूत की कहानी, चुड़ैल की कहानी, डरावनी भूत की कहानी आदि कहानियां पढ़ी होगी। जिनमे भूतिया रहस्यमय कहानी, बच्चो की कहानियाँ, रहस्यमय सच्ची घटनाएं, पंचतत्र की कहानियां (Panchtantra Ki Kahaniya In Hindi), हॉरर कहानियां (Horror Kahaniya In Hindi) आदि पढ़ी होगी।
यह कहानी दिल्ली की सड़कों पर घुम रही एक भुतिया लड़की की है। कहानी के अंत में आपको एक बेहद ही रोचक रहस्यमयी कहानी का लिंक दिया जायेगा।
तो चलिए पढ़ते है भूतिया लड़की की भूतिया कहानी | Bhoot Ki Kahani | Bhoot Kahani Hindi
भूतिया लड़की की भूतिया कहानी | Bhoot Ki Kahani | Bhoot Kahani Hindi
साल 1990 का एक भुतहा किस्सा है। रानीगंज बाजार में सत्यप्रकाश और उसकी दस साल की बेटी निशा रहते थे। निशा को बचपन से कैंसर की बीमारी थी। उसके पिता ने कई वैद्य और हकीमों से उसका इलाज कराया लेकिन निशा की हालात में कोई सुधार नहीं आया। और 11वाँ साल आते-आते निशा की मृत्यु हो गई थी।
निशा की मौत रात के 12 बजे हुई थी। उसी रात को पड़ोस की एक महिला मोहिनी को ट्रक ने कुचला डाला था, जिससे उसकी उसी समय मौत हो गई थी। मोहिनी के परिवार वाले उसकी चिता को मुखाग्नि देकर लौट आये थे। अब निशा के परिवार वाले निशा को अंतिम विदाई देने जंगल की निकल गये थे।
जब निशा के पिता और गाँव वाले जंगल से निशा के शव को लेकर जा रहे थे तो अचानक से निशा का शरीर हिला। गाँव वाले आश्चर्यचकित हो गये की मरा हुआ शरर कैसे हिल सकता है। सभी निशा के शरीर को जंगल के रास्ते में नीचे रख देते हैं। तभी निशा जिंदा हो जाती है।
निशा को जिंदा देखकर उसके परिवार वाले बहुत खुश हो जाते है। और निशा को लेकर अपने घर आ जाते है। गाँव में किसी को भी पता नहीं चलता कि निशा में मोहिनी की आत्मा प्रवेश कर चुकी है। वही मोहिनी जिसकी मौत ट्रक के कुचलने से हुई थी।
आप Rahasyo Ki Duniya पर सबसे डरावनी भूत की कहानी । भूत की डरावनी कहानी हिंदी में । भूत और चुड़ैल की कहानी । Bhoot Ki Kahani | Bhoot Kahani Hindi पढ़ रहे है।
जब से निशा मौत के मुँह से जिंदा लौट कर आई तब से ही गुमशुम और शांत रहने लगी थी। एक रोज निशा की माँ उसका मनपसंद खाना बनाती है। और उसके मायामामा के घर जाने की बात करती है।
इसे भी पढ़े : चुड़ैल का घर और भूतिया जंगल
एक- दो दिन बाद निशा की माँ और निशा मामा के घर जाने के लिए जा रहे होते है तो जैसे ही निशा मोहिनी की मौत वाली जगह पहुँचते है निशा कहती है- मेरा गाँव इस तरफ है।
निशा की माँ उसकी बात को हंसी में अनसुना कर देती है। और शाम होने से पहले निशा अपनी माँ के साथ मामा के घर पहुँच जाते है। निशा के मामा उनको कुछ दिन अपने पास रोक लेते है।
एक रोज निशा अपने मामा के घर के आँगन में खेल रही थी तो उसको निशा के अंदर रहने वाली मोहिनी को उसकी पड़ोस मे रहने वाली सिमरन दिखाई देती है जैसे ही मोहिनी को सिमरन दिखी, मोहिनी की आत्मा जोर से चिल्लाई- सिमरन.... सिमरन....!
सिमरन पीछे मुड़ी और देखा तो एक छोटी बच्ची उसकी तरफ देख रही थी। सिमरन को थोड़ा आश्चर्य हुआ, कि इस छोटी सी लड़की को मेरा नाम कैसे पता। तब मोहिनी सिमरन के पास आती है और अपनी पूरी कहानी बताती है कि मेरे घरवालों ने मुझे जिंद जलाया दिया था, जिससे मेरी आत्मा भटक रही थी और उसी समय मुझे इस बच्ची का शरीर दिखा जिससे मैं इसके शरीर में घुस गई।
सिमरन अगले दिन ही अपने गाँव जाती है और मोहिनी के परिवार के साथ-साथ पूरे गाँव को मोहिनी के बारे में जो उसे पता चला था, सबको बताती है। उसी दिन कुछ रिश्तेदार, मोहिनी के परिवाद वाले और गाँव वाले सिमरन के साथ निशा के घर आते है। और निशा से बात करके पुछताछ करके मोहिनी की आत्मा को पहचान लेते हैं और मोहिनी को अपने साथ ले जाते है।
आप Rahasyo Ki Duniya पर सबसे डरावनी भूत की कहानी । भूत की डरावनी कहानी हिंदी में । भूत और चुड़ैल की कहानी । Bhoot Ki Kahani | Bhoot Kahani Hindi पढ़ रहे है।
जब निशा की माँ घर आती है तो निशा के बारें में पूछती है। तब उसके मामा बताते है कि दुसरे गाँव वाले उसको ले गये। पता चलते ही निशा की माँ और पिता अपनी बेटी को लेने उस गाँव में जाते है। गाँव पहुंचते ही निशा के माँ-पिता को सारी हकीकत का पता चल जाता है।
दोस्तों यह कहानी समाप्ति की और है इस कहानी के बाद में भूतिया रहस्यमय कहानी में सबसे ज्यादा पढ़ी जाने भूत की कहानी को जरूर पढ़े :-
नाशिक की भूतिया हवेली
कैसे एक औरत बनी चुड़ैल?
छलावा की कहानी
मौत का कुआ और भूत की कहानी
ब्लडी मैरी की सच्ची कहानी
मोहिनी अपने परिवार के साथ रहना चाहती थी। लेकिन गाँव वाले उसको समझाते है कि तुम्हारे लिए दोनों परिवार समान है। और दोनों परिवार तुमसे बहुत प्रेम करते हैं।
यह बात सुनने के बाद लड़की के शरीर मे रहने वाली मोहिनी की आत्मा मान जाती है। और उस छोटी लड़की के साथ भुतिया औरत की आत्मा भी दोनों परिवार के साथ रहती है।
निष्कर्ष : भुतिया की लड़की | सबसे डरावनी भूत की कहानी | Bhoot Ki Kahani | Bhoot Kahani Hindi
कहानी से सीख : कभी भी जल्दबाजी में कार्य नही करना चाहिए। जल्दबाजी मे अक्सर कार्य अधुरा रह जाता है।
आशा है दोस्तों आपको भुतिया की लड़की | सबसे डरावनी भूत की कहानी | Bhoot Ki Kahani | Bhoot Kahani Hindi की अच्छी लगी है। तो अपने दोस्तों और परिवार के लोगो के साथ साझा करें। ताकि परिवार में जिन भी लोगो को भूतिया कहानी पढ़ना अच्छा लगता है। वे पढ़े। इस लेख से संबंधित आपका कोई सवाल है तो Comments बॉक्स में पूछे। हम जल्दी ही जवाब देंगे।
आप हमारे Faceboook Page को Follow करके हमसे जुड़ सकते हैं। Click Here to Follow